जोकोविच और नडाल ने दी बहिष्कार की धमकी 12-05-2012
मैड्रिड। विश्व
के शीर्ष दो टेनिस खिलाडियों सर्बिया के नोवाक जोकोविच और स्पेन के राफेल नडाल ने
मैड्रिड मास्टर्स से नीली बजरी नहीं
हटाए जाने की सूरत में अगले वर्ष से इस टूर्नामेंट का बहिष्कार
करने की धमकी
दी है। स्पेन के नडाल को यहां तीसरे दौर में गुरूवार को हमवतन फर्नाडो वर्दास्को
के हाथों 6-3, 3-6, 7-5 से
हार का सामना करना पड़ा था।जोकोविच
हालांकि स्विट्जरलैंड के स्टेनिस्लास वावरिंका को 7-6, 6-4 से हरा क्वार्टरफाइनल
में जगह बनाने में सफल रहे, लेकिन
उन्होंने भी कोर्ट के प्रति
नाराजगी जताई।फेडरर सहमत नहीं
फ्रांस के रिचर्ड
गास्केट को 6-3, 6-2 से
हराकर क्वार्टरफाइनल में पहुंचे स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर अपने इन प्रतियोगियों से
सहमत नहीं दिखे। फेडरर ने कहा, मैं नडाल
की निराशा समझ सकता हूं। वह शुरू से ही नीली बजरी का विरोध कर रहे थे। सेरेना
सेमीफाइनल में अमरीका
की सेरेना विलियम्स ने रूस की
मारिया शारापोवा को एकतरफा मुकाबले में 6-1, 6-3 से जबकि बेलारूस की विक्टोरिया
अजारेंका ने चीन की ली ना को 3-6, 6-3,
6-3 से हरा सेमीफाइनल
में प्रवेश किया।
भूपति-बोपन्ना अंतिम चार में,
पेस-स्तेपानेक भी जीतेभारत के महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने
पाकिस्तान के ऎसाम उल हक कुरैशी और
हालैंड ज्यां जूलियन रोजर को 7-6,
7-6 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि लिएंडर पेस और चेक गणराज्य के
रादेक स्तेपानेक की जोडी क्वार्टरफाइनल
में पहुंच गई। भूपति-बोपन्ना की जोड़ी ने पाक-डच जोड़ी के खिलाफ दोनों सेट टाईब्रेकर में 7-2 और 7-5
से जीते। इस बीच पेस और
स्तेपानेक ने फ्रांस के रिचर्ड गास्केट और गेल मोंफिल्स की
जोड़ी को 6-3 6-4 से
हराया।आयोजकों का दावा गलत
आयोजक कह रहे हैं कि
नीली बजरी वैसी ही है जैसी लाल बजरी होती है लेकिन यह दावा
पूरी तरह गलत है।
दोनों बिल्कुल अलग हैं। इस कोर्ट में आप हमेशा फिसलते-घिसटते रहते हैं। इस
टूर्नामेंट में तो विजेता उसी को माना जाना चाहिए जो पूरे हफ्ते खेलने के
बावजूद चोटिल होने से बचा रहे।
नोवाक जोकोविचखिलाड़ी सर्बिया

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